चलो सखी देखें आज होरी है यमुना तीर |
एक ओर प्यारी जू सोहें संग सखिन बहु भीर ||
एक ओर नन्दलाल सखा लै ठाढे संग बलबीर ||
खेलत फाग परस्पर हिल मिल गोरी श्याम शरीर |
भर केसर पिचकारी मारत उड़त गुलाल अबीर ||
केसर कुमकुम अतर अरगजा चलत सुगन्ध समीर |
या छबि देख के देव मुनि नर होये गए अधीर ||
"सखी" सखी को ले चलें सँग मिस कर यमुना नीर |
चल निरखें यह सुख अपूरब वेग चलोरी बीर ||
राधे राध
Jai Shree Radhey Krishan
एक ओर प्यारी जू सोहें संग सखिन बहु भीर ||
एक ओर नन्दलाल सखा लै ठाढे संग बलबीर ||
खेलत फाग परस्पर हिल मिल गोरी श्याम शरीर |
भर केसर पिचकारी मारत उड़त गुलाल अबीर ||
केसर कुमकुम अतर अरगजा चलत सुगन्ध समीर |
या छबि देख के देव मुनि नर होये गए अधीर ||
"सखी" सखी को ले चलें सँग मिस कर यमुना नीर |
चल निरखें यह सुख अपूरब वेग चलोरी बीर ||
राधे राध
Jai Shree Radhey Krishan