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Emotional Poem

आँखों से देखा दिल में उत्तर कर नहीं देखा
कश्ती में मुसाफिर ने समुंदर नहीं देखा
पत्थर समझा मुझे मेरे चाहने वालो ने
में मोम हु किशी ने मुझे छूकर नहीं देखा !