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Patriotic Poem

है लिये हथियार दुश्मन ताक मे बैठा उधर
और हम तैय्यार है सीना लिये अपना इधर
खून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्किल मे है

सर्फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है

हाथ जिनमे हो जुनून कट्ते नही तलवार से
सर जो उठ जाते ह वोह झुकते नही लल्कार से
हाथ जिनमे हो जुनून कट्ते नही तलवार से
सर जो उठ जाते ह वोह झुकते नही लल्कार से
और भडकेगा जो शोल-सा हमारे दिल मे है

सर्फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है

हम तो घर से निकले हि थे बांध्कर सर पे कफ़न
चाहतें लिन भर लिये लो भर चले हैन ये कदम
जिंदगि तो अपनि मेहमान मौत कि मेहफ़िल मे है

सर्फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है

दिल मे तूफानों की तोली और नसों मेइन इन्कलाब
होश दुश्मन के उडा देंगे हमे रोको न आज
दूर रेह पाये जो हमसे दम कहान मंजिल मे है

सर्फरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है